होली-उतराला सड़क निर्माण: चंबा से कांगड़ा की दूरी को कम करने के लिए लोकसभा चुनाव के बहाने मुख्यमंत्री और उम्मीदवारों का बड़ा समर्थन
संवाददाता विनोद ठाकुर ट्राइबल टुडे,
चंबा से कांगडा की दूरियों को कम करने के लिए बहुचर्चित होली-उतराला सडक निर्माण को लोकसभा चुनाव के बहाने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खु और विक्रमादित्य सिंह को बडा सहारा मिल गया है। गुरूवार को भरमौर में आयोजित चुनावी जनसभा में विक्रमादित्य सिंह ने होली-उतराला सडक निर्माण को विधानसभा क्षेत्र का सबसे बडा काम करार दिया। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खु ने भी जनसभा में एलान किया कि विक्रमादित्य सिंह जो भी वायदा भरमौर की जनता के साथ करेंगे, उसको प्राथमिकता पर मुकाम तक पहंुचाया जाएगा। वहीं गुरूवार को होली-उतराला सडक संघर्ष समिति ने भी विक्रमादित्य के साथ मुलाकात की । उल्लेखनीय है कि होली-उतराला सडक निर्माण कर मुददा पिछले कई दशकों से चर्चा में है। लंबे समय से सडक निर्माण को लेकर किसी भी स्तर पर गंभीरता न दिखने के उपरांत क्षेत्र के लोगों ने होली-उतराला सडक संघर्ष समिति का गठन किया है। वहीं इस मुददे को लेकर संघर्ष समिति ने शिमला में भी विक्रमादित्य के साथ मुलाकात की थी। उधर, गुरूवार को उपमंडल मुख्यालय भरमौर पहंुचे मंडी संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने अपने संबोधन में होली-उतराला सडक निर्माण को विधानसभा क्षेत्र का सबसे बडा काम बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने ही इस सडक निर्माण की नींव रखी और इसके लिए 13 करोड और बाद में सात करोड रूपयों की राशि मंजूर की। जिसका मौजूदा समय में काम भी चल रहा है। विक्रमादित्य सिंह ने इस सडक निर्माण को लेकर गंभीरता दिखाते हुए यहां तक एलान कर दिया कि लोकसभा में भरमौर विधानसभा क्षेत्र की ओर से पहला मुददा होली-उतराला सडक निर्माण का ही रहेगा। उधर, होली-उतराला सडक संघर्ष समिति के सचिव सुनील कुमार ने बताया कि सडक निर्माण के मुददे पर गुरूवार को भरमौर में भी एक प्रतिनिधिमंडल ने विक्रमादित्य सिंह से मुलाकात की है। इस दौरान समिति ने सडक निर्माण हेतू बजट का प्रबंध करने पर आभार जताया है। जबकि विक्रमादित्य सिंह ने भी समिति के सदस्यों को आश्वस्त किया है कि इस महत्वाकांक्षी सडक निर्माण को मुकाम तक पहंुचाएंगे। कुल-मिलाकर लोकसभा चुनावों के बहाने जनजातीय क्षेत्र भरमौर की जनता को होली-उतराला सडक निर्माण का सपना भविष्य में साकार होने की उम्मीद भी प्रबल हो गई है।