Himachal Pradesh

बसों की रेगुलर चैकिंग करेंगे आरटीओ, बिना ई-टिकटिंग मशीन दौड़ रही निजी बसें

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प्रदेश में बिना ई-टिकटिंग मशीन दौड़ रही निजी बसें, परिवहन विभाग ने जारी किए निर्दश
परिवहन विभाग ने प्रदेश में सभी प्राइवेट बस ऑपरेटरों को अपनी बसों में ई-टिकटिंग शुरू करने के निर्देश दिए थे मगर इन पर किसी भी तरह से अमल नहीं हो सका। कुछेक प्राइवेट बस ऑपरेटरों को छोड़ दें तो अधिकांश ऑपरेटरों ने ई-टिकटिंग मशीनें नहीं ली हैं। इतना ही नहीं, कई तो अभी तक बसों में टिकट ही नहीं दे रहे हैं। खासकर शहरों के भीतर चलने वाली प्राइवेट बसों में तो टिकट देने को रिवाज ही खत्म हो गया है जिस पर अभी तक परिवहन विभाग या आरटीओ कोई कदम नहीं उठा सके हैं। ऐसा हाल शिमला का ही नहीं बल्कि प्रदेश के दूसरे सभी शहरों व गांवों का है, जहां पर प्राइवेट बस ऑपरेटर अधिकाशंत: टिकट ही नहीं देते। इससे परिवहन विभाग द्वारा जारी किए गए आदेशों की अनुपालना नहीं हो रही है, जबकि बाकायदा विभाग के निदेशक की ओर से यह पत्र जारी किया गया था। परिवहन विभाग ने कहा है कि इससे पारदर्शिता आएगी साथ ही जिम्मेदारी भी तय होगी। इसके अलावा यात्रियों को भी पारदर्शिता के साथ उनके किराए के बारे में पता होगा, जिससे बस मालिकों की इनकम भी बढ़ेगी। सभी बस ऑपरेटरों को दो महीने का समय इसे लागू करने के लिए दिया गया था मगर लगभग चार महीने हो चले हैं और अभी तक इस पर सही तरह से अमल नहीं किया गया है।
वर्तमान में सरकार ने यात्रियों का न्यूनतम किराया बढ़ाया है और यात्री किराया दरों को इन मशीनों में सही तरह से दर्ज करने को कहा गया है। यात्रियों को इस मशीन के माध्यम से डिजिटली किराया देने की व्यवस्था भी मिलनी थी, परंतु सभी जगहों पर ऐसा नहीं है। परिवहन निदेशक डीसी नेगी ने दोबारा से आरटीओ को निर्देश दिए हैं