5 साल बाद फिर शुरू कैलाश मानसरोवर यात्रा, तीर्थयात्री तिब्बत में बिताएंगे 11 दिन
33 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था सिक्किम के नाथुला दर्रे से रवाना
राज्यपाल ने दिखाई हरी झंडी आईटीबीपी के दो अधिकारी एक डाक्टर भी साथ गए
पांच साल के लंबे अंतराल के बाद पवित्र कैलाश मानसरोवर की तीर्थयात्रा सिक्किम के रास्ते फिर से शुरू हो गई है। शुक्रवार को सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर ने भारत-चीन सीमा पर स्थित नाथुला दर्रे के माध्यम से तीर्थयात्रियों के पहला जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया। राज्यपाल ने कहा कि यह यात्रा अगस्त तक चलेगी और सभी को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। इस जत्थे में 33 तीर्थयात्री शामिल हैं, जिनके साथ भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी ) के दो नोडल अधिकारी और एक डाक्टर भी हैं, जिससे कुल 36 सदस्य हैं।
सिक्किम पहुंचने पर तीर्थयात्रियों ने चिकित्सा परीक्षण कराया तथा उच्च हिमालयी परिस्थितियों के अनुकूल के लिए दो-चरणीय प्रक्रिया पूरी की, जिसके बाद वे चीनी सीमा में चले गए। तीर्थयात्री माउंट कैलाश और मानसरोवर झील तक पहुंचने के लिए तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र में 11 दिन बिताएंगे। चीन की सीमा पर पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के अधिकारियों और सेना के जवानों ने उनका स्वागत किया।