शिव चेलों की डल झील तोड़ने की रस्म के साथ शुरु हुआ शाही स्नान
मणिमहेश यात्रा में शुक्रवार को संचूई के शिव चेलों ने सदियों से चली आ रही डल तोडने की परंपरा को निभाया। इस अदभुत नजारे को अपनी आंखों को देखने के लिए हजारों की तादाद में श्रद्वालु डल झील पर पहंुचे थे। लिहाजा भगवान भोले नाथ के उदघोष लगाते हुए देखते ही देखते संचूई के शिव चेलों ने डल झील को आर-पार कर दिया। लिहाजा अब राधाअष्टमी का शाही न्हौण रविवार यानी चार सिंतबर सुबह तक चलेगा। शुक्रवार को भी भरमौर के अलावा कुगती और कलाह होते हुए श्रद्वालुओं का डल झील की ओर जाने का क्रम जारी था। बहरहाल शुक्रवार को डल में चालीस हजार के करीब यात्रियों द्वारा स्नान करने काआंकडा प्रशासन की ओर से बताया गया है।जानकारी के अनुसार शुक्रवार को संचूई के शिव चेले शुक्रवार दोपहर को डल झील पर पहंुचे और इस दौरान उन्होंने पारंपरिक रस्मों को निभाते हुए डल झील को आर-पार करने की परंपरा का निर्वाहन किया। जिसके बाद भद्रवाह समेत जम्मू-कश्मीर के अन्य हिस्सों से डल झील पर मौजूद यात्रियों ने डल झील में स्नान किया है। उधर, एसडीएम भरमौर आसीम सूद का कहना है कि शुक्रवार को डल झील में चालीस हजार के करीब यात्रियों से स्नान किया है।