कब से शुरू होगी किन्नर कैलाश यात्रा, जानिए
प्रशासन ने जारी की औपचारिक घोषणा, 26 अगस्त तक यात्रा कर सकेंगे श्रद्धालु
संदीप भारद्वाज ट्राइबल टुडे,
पांच कैलाशों में से एक किन्नर कैलाश की यात्रा को लेकर इस वर्ष कई दिनों तक चली अटकलों के बाद आखिर यात्रा की औपचारिक घोषणा कर दी गई। इस वर्ष किन्नर कैलाश यात्रा पहली से 26 अगस्त तक की जाएगी। इस बात की जानकारी जिला पर्यटन अधिकारी व एसडीएम कल्पा डा. शशांक गुप्ता दी है। बता दें कि प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में मंगलवार देर शाम जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में किन्नर कैलाश यात्रा को लेकर बैठक बुलाई गई। बैठक में जिला पर्यटन अधिकारी के अलावा पूर्वनी, पवारी (तांगलिंग) के पंचायत प्रधानों सहित स्थानीय कमेटियो के पदाधिकारियों ने भाग लिया। लंबी चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया की इस वर्ष से किन्नर कैलाश की यात्रा तांगलिंग मार्ग के अलावा पूर्वनी मार्ग से भी शुरू की जाएगी, ताकि शिव भक्तों को कैलाश दर्शन के दौरान आने-जाने में सुगमता रहे।
जिला पर्यटन अधिकारी व एसडीएम कल्पा डा. शशांक गुप्ता ने बताया कि औपचारिक रूप से पहली से 26 अगस्त तक शुरू की जा रही किन्नर कैलाश यात्रा के दौरान फोरेस्ट, पुलिस सहित होमगार्ड के जवानों की तैनाती के अलावा मेडिकल की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसी तरह यात्रा के दौरान खुलने वाले ढाबों में भी खाने आदि के रेट निर्धारित किए जाएंगे, ताकि कोई मनमाने तरीके से खाद्य वस्तुओं के दाम न वसूल सके। इसी तरह यात्रा वाले दोनों रूटों पर सफाई व्यस्था का कार्य भी बीडीओ कल्पा की देखरेख में चलेगा, ताकि सफाई व्यस्था का पूरा ध्यान रखा जा सके।
(एचडीएम)
शिव का शीतकालीन प्रवास है किन्नर कैलाश
हिंदू मान्यताओं के अनुसार शिव के पांच कैलाशों में से एक किन्नर कैलाश किन्नौर जिला में स्थित है। यह भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमांत क्षेत्र है। यहां से भारत-चीन की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं काफी नजदीक हैं। किन्नर कैलाश को भगवान शिव का शीतकालीन प्रवास स्थल के रूप में माना जाता है। समुद्रतल से 19850 फुट की ऊंचाई पर होने के कारण साल का अधिकांश समय यह क्षेत्र बर्फ से ढका रहता है। अगस्त माह के दौरान ही किन्नर कैलाश तक पहुंचा जा सकता है।