मंदिरों को ई-कनेक्टिविटी से जोड़ रही सरकार, CM ने प्रदेश की समृद्ध धार्मिक विरासत पर साझा की जानकारी
विनोद ठाकुर ट्राइबल टुडे
केरल में श्रीमद्भागवत महासत्र के दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रदेश की समृद्ध धार्मिक विरासत पर साझा की जानकारी
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार श्रद्धालुओं के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए पहाड़ों पर स्थित मंदिरों को रज्जू मार्ग से जोडऩे के हरसंभव प्रयास कर रही है, ताकि श्रद्धालु बिना किसी कठिनाई से इन मंदिरों के दर्शन कर सकें। सरकार ने प्रदेश के प्रमुख मंदिरों को ई-क्नेक्विटी से जोडऩे के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिसके अंतर्गत श्रद्धालु हवन, भंडारा और जागरण जैसे धार्मिक अनुष्ठानों के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवा सकते हैं। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को केरल के श्री भगवती मंदिर अल्पपूझा में आयोजित 42वें अखिल भारत श्रीमद्भागवत महासत्र में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भागवत पुराण हमें यह स्मरण करवाता है कि सच्चा आनंद ईश्वर को समर्पण और सद्गुणों को अपनाने से प्राप्त होता है। उन्होंने गोपिका संगम की सराहना की, जिसमें 16008 गोपिकाएं और बच्चे शामिल होते हैं।
सुक्खू ने कहा कि केरल आध्यात्मिकता का केंद्र है, जहां लोग भक्ति और संस्कृति से गहराई से जुड़े हुए हैं। इस तरह के आयोजन विभिन्न राज्यों और समुदायों के लोगों को आस्था के माध्यम से एकजुट करने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश की समृद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है, यहां पवित्र शक्तिपीठ, प्राचीन मंदिर और आध्यात्मिक स्थल हैं, जहां लाखों श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक वातावरण मिलता है