एक मतदान केंद्र पर होंगे 1200 वोटर, मुख्य निर्वाचन अधिकारी बोलीं, आयोग के नवाचार पर काम शुरू
विनोद ठाकुर ट्राइबल टुडे
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नंदिता गुप्ता ने यहां बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, समावेशी और प्रभावी बनाने हेतु शुरु की गई नई पहलों को हिमाचल प्रदेश में भी प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन पहलों को छह प्रमुख श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिनमें मतदाता, राजनीतिक दल, प्रक्रियागत सुधार, कानूनी प्रावधान, चुनाव कार्मिक और निर्वाचन आयोग के प्रशासनिक सुधार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मतदाताओं के हितों को सर्वोपरि रखते हुए एक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाताओं की सीमा निर्धारित की गई है, ताकि कतारों और भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। बहुमंजिला इमारतों एवं घनी कॉलोनियों में अतिरिक्त मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
इसके अलावा मृत्यु पंजीकरण की जानकारी अब सीधे आरजीआई रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया के डेटाबेस से प्राप्त कर मतदाता सूची से नाम हटाने की प्रक्रिया तेज की जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राजनीतिक दलों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है। इस दिशा में संपूर्ण देश में सीईओए डीईओ और ईआरओ स्तर पर 4,719 सर्वदलीय बैठकें आयोजित की गई जिनमें 28,000 से अधिक राजनीतिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के परिपेक्ष्य में राज्य में आयोजित बैठकों में जिला स्तर पर 57 और उपमंडल स्तर पर 200 राजनीतिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया है।
मतदान केंद्रों के 100 मीटर के दायरे मेंमोबाइल बैन
भारत निर्वाचन आयोग ने मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की सुविधाओं के मद्देनजर दो महवपूर्ण निर्णय लिए हैं।