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कारगिल में ग्लेशियर में दबे हिमाचल के जवान का नौ महीने बाद मिला शव

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किन्नौर के तरांडा गांव लाई गई शहीद रोहित नेगी की पार्थिव देह, राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार

संदीप भारद्वाज ट्राइबल टुडे,

कारगिल में बीते वर्ष अक्तूबर में ग्लेशियर की चपेट में आए भारतीय सेना के जवान की पार्थिव देह नौ महीने बाद बरामद की गई है। किन्नौर जिला के शहीद रोहित नेगी की पार्थिव देह मंगलवार को पैतृक गांव तरांडा लाई गई। गांव में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते वर्ष आठ अक्तूबर को कारगिल में ग्लेशियर की चपेट में आए जवान का नौ माह बाद शव बरामद हुआ है। किन्नौर जिला की तरांडा पंचायत के रहने वाले जवान रोहित नेगी का शव पांच जुलाई को बरामद हुआ था। बताते चलें कि बीते वर्ष अक्तूबर माह में देश सीमा पर जवानों को ट्रेनिंग दे रहे हवलदार ट्रेनर रोहित नेगी सहित चार जवान कारगिल में ग्लेशियर की चपेट में आ गए थे। इसके बाद इन लापता जवानों की तलाश की गई, लेकिन सर्दियों का मौसम शुरू होने के बाद कुछ समय सर्च ऑपरेशन रोकना पड़ा। बीते 28 जून को फिर से ग्लेशियर में दबे लापता जवानों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया और आठ दिन के सर्च ऑपरेशन के बाद ग्लेशियर से तीन जवानों के शव बरामद हुए, जिनमें डोगरा स्कॉट के ट्रेनर हवलदार रोहित नेगी का शव भी शामिल था।

कारगिल से वायु मार्ग से जवान की पार्थिव देह को चंडीगढ़ पहुंचाया गया और यहां से आगे वाहन से शव को किन्नौर पहुंचाया। शहीद रोहित के परिवार में पिता अमर सिंह नेगी, माता कृष्णा देवी, पत्नी भारत लक्ष्मी, बेटा प्रणव, बेटी समायरा तथा छोटा भाई राहुल शामिल हैं। सेना द्वारा शहीद के पार्थिव शरीर को आठ जुलाई को कारगिल से लेह तथा लेह से चंडीगढ़ लाया गया। सोमवार रात को ही चंडीगढ़ से वाहन मार्ग द्वारा रामपुर लाया था। अंतिम संस्कार में जिला प्रशासन से एसी विजय कुमार, कार्यवाहक एसडीएम भावानगर अरुण शर्मा, पुलिस प्रशासन की ओर से एसएचओ भावानगर इंस्पेक्टर जगदीश ठाकुर, पंचायत प्रधान हरि भगत नेगी व उपप्रधान गोविंद मोयान सहित अन्य मौजूद रहे।

‘रोहित नेगी अमर रहे’ के लगे नारे

जवान की पार्थिव देह गांव पहुंचते ही लोगों ने ‘रोहित नेगी अमर रहे’, ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, रोहित नेगी का नाम रहेगा’ तथा ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए घर तक पहुंचे। श्मशानघाट में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों की मौजूदगी में जवानों ने अंतिम श्रद्धांजलि दी।