हिमाचल में बनी 11 दवाओं-इंजेक्शन के सैंपल फेल
घटिया दवा बनाने वाले नौ उद्योगों को नोटिस जारी
देशभर में 31 दवाएं व अन्य उत्पाद निकले सबस्टैंडर्ड
संदीप भारद्वाज ट्राइबल टुडे,
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की जांच में हिमाचल प्रदेश के नौ दवा उद्योगों में निर्मित 11 दवाएं , इंजेक्शन व स्किन केयर उत्पाद गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतर पाए हैं। जो दवा व स्किन केयर उत्पाद सबस्टैंडर्ड पाए गए हैं, उनमें जीवाणु संक्रमण, एलर्जी, ब्लड डिसऑर्डर, विटामिन सप्लीमेंट, पेट के कीड़े मारने की दवा व स्किन केयर के साबुन शामिल हैं। सीडीएससीओ द्वारा जारी जून माह के ड्रग अलर्ट में देश के विभिन्न राज्यों के दवा उद्योगों में निर्मित 31 दवाएं व अन्य उत्पाद सबस्टैंडर्ड पाए गए हैं, इनमें हिमाचल के उद्योगों में निर्मित नौ दवा उद्योगों में निर्मित 11 उत्पाद शामिल हैं। इसके अलावा राज्य की लैब में हुई जांच में 30 दवाएं सबस्टैंडर्ड पाई गई हैं।
सीडीएससीओ के ड्रग अलर्ट में खुलासा हुआ है कि इन दवाओं का निर्माण बद्दी, बरोटीवाला, कालाअंब व संसारपुर टैरेस स्थित दवा उद्योगों में हुआ है। राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने ड्रग अलर्ट जारी होने के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी संबंधित दवा कंपनियों को नोटिस जारी कर संबंधित दवा का पूरा बैच बाजार से तत्काल वापस मंगवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
नोटिस जारी ,स्टॉक वापस मंगाने के निर्देश
राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि सीडीएससीओ के ड्रग अलर्ट में शामिल सभी नौ दवा कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए सबंधित बैच का पूरा स्टॉक वापस मंगवाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जिन उद्योगों के बार-बार सैंपल फेल हो रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।