झडौता गांव की वो भयानक तस्वीरें जो आपको झकझोर कर रख देंगी
अभी जो तस्वारे आप अपने मोबाइल की स्क्रीन पर देख रहे है यह तस्वीरें बता रही है कि झड़ौता गांव में हालात बेहद खतरनाक हो हो चुके है जी हां जनजातीय क्षेत्र होली में होली बाजोली जलविद्युत परियोजना के टनल रिसाव के चलते इस गांव का करीब सौ बीघा क्षेत्र मिटने के कगार पर है जिसमे कुछ जमीन स्थानीय लोगों की है जबकि जमीन बड़ा भाग वन विभाग का है इस पूरे क्षेत्र बड़ी बड़ी दरारें आ गई है और जगह जगह पानी के फव्वारे फूट पड़े है प्रभावित क्षेत्र की हालत यह हो गई है कि जहां चलने वालों के कदम पड़ रहे है वो जमीन ही हिलती नजर आ रही है टनल रिसाव के चलते चार घर ढहने के कगार पर पहुंच गए है जबकि सैंकड़ों पेड़ पौधे जमींदोज होने के कगार पर है इस पूरे क्षेत्र में लोग अब जाने में परहेज कर रहे है क्योंकि झड़ौता गांव का क्षेत्र अब दो भागों में बंट गया है यह झड़ौता गांव की यह वो तस्वीरें है जिसका अंदाजा इस गांव के लोगों ने कभी नही लगाया होगा उधर लोगों का कहना है कि हमें इस तबाही का अंदाजा था इसलिए इस परियोजना स्थल का विरोध किया जा रहा था लेकिन कम्पनी और सरकार की मनमानी के चलते यह दिन देखना पड़ रहा है
बता दें कि 180 मैगावाट क्षमता वाली इस जल विद्युत परियोजना के निमार्ण स्थल को लेकर एक बड़ा आन्दोलन हुआ था लेकिन सरकार और कम्पनी के दबाव के चलते यह आन्दोलन कुचल दिया गया आज इस टनल रिसाव के चलते करीब आधा दर्जन लोग बेघर होकर दूसरों के घरों में शरण ले रहे है और कम्पनी प्रबंधकों द्वारा जितना मुआवजा इन प्रभावितों को दिया जा रहा है उतने में तो अपनी जमीनों की भरपाई तक नहीं कर पाएंगे तो घर बनाना तो दूर की बात है प्रभावित मांग कर रहे है हमे विस्थापित घोषित किया जाए ताकि उनको इस नुकसान का सही मुआवजा मिल सके बहरहाल झड़ौता गांव की यह वो डरावनी तस्वीरें हैं जिनको देखकर हर किसी को दुख हो रहा है आप अंदाज़ा लगाइए उन लोगों पर क्या बीत रही होगी जिन्होंने तिनका तिनका इक्ट्ठा कर इन आशियानों का निर्माण किया था।उधर इस भूस्खलन के चलते मुख्य सड़क मार्ग पर भी खतरा पैदा हो गया है क्यों गैमन कम्पनी के मुख्य स्टोर के पास लगातार मलबा और पेड़ गिर रहे है जोकि कभी भी किसी राहगीर या चलते वाहन को अपनी चपेट में ले सकते है।